Friday, February 23, 2007

मेरी मनपसंद्

पल पल तेरी याद आती रहेगी
हर पल जान जाती रहेगी
जब तक ये सान्से चलती रहेगी
हर सान्स तेरी दोस्ती निभाती रहेगी

हम वो नही जो मतलब से याद करते है
हम वो नही जो दिल से प्यार करते है
तुम्हारा पैगाम आये ना आये
पर हम हर घडी इन्तजार करते है

कुछ आप भी हम से बात कर लिया करे
मिलने की फरियाद कर लिया करे
एक हम है जो हर रोज शुरुवाद करते है
कभी आप भी हमे हमसे पहले याद कर लिया करे

मुददत से दूर थे हम तुम
एक जमाने के बाद मिलना अच्छा लगा
सागर से गेहरी लगी दोस्ती आपकी
तैरना आता था मग डूबना अच्छा लगा

खुदा जाने दोस्ती का दास्तूर क्या होता है
जिन्हे अपना बनाया वो कयो दूर होता है
कहते है की मिलते नही जमीन आसमान
फिर कयो आसमान जमीन पे फिदा होता है

कितनी जल्दी जिन्दगी गुजर जाती है
प्यास बुझती नही बर्सात गुजर जाती है
आपकी यादे कुछ इस तरह आती है
नीद आती नही और रात गुजर जाती है

कुछ बिखरे सपनों से ऑख में नमी है
एक छोटा सा आसमान और उम्मीदों की जमीन है
यू तो बहुत कुछ है जिन्दगी में
सिर्फ जो प्यार मेरा दूर है उसकी कमी है

काँटा ना होता, तो फूल की हिफाज़त ना होती,
अँधेरा ना होता, तो रौशनी की ज़रूरत ना होती,
अगर मिल जाती हर खुशी दुनियाँ में,
तो दिल की मुलाक़ात दर्द से ना होती

दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथो में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफा सबको बताया उसने,
चलो युही सही उसके लबों पे मेरा नाम तो आया

कुछ बिखरे सपने से आँख में नमी है,
एक छोटा सा आसमान और उम्मीदों की ज़मीन है,
यूँ तो बहुत कुछ है जिन्दगी में,
सिर्फ जो प्यार मेरा दूर है उसकी कमी है

जब दोस्ती की दास्ताँ वक्त सुनाएगा,
हम को भी कोई शक्श याद आयेगा,
तब भूल जायेंगे ज़िंदगी के ग़मों को,
जब आप के साथ गुजरा वक्त याद आयेगा

खुशी की उम्मीद में हर गम को अपनाते गए,
जीने की ख्वाइश में मौत से डरते रहे,
जिन्दगी की तलाश में भटकते रहे,
अपनों से दूर हम होते गए
बीते हुए लम्हे याद ना कर,
ऐ इश्क हमे बरबाद ना कर,
आँखों के समुन्दर सूख गए है,
अब इनसे बरसने की फ़र्याद ना कर

हम हसीं पलों को फिर से आबाद कर रहे ते,
चाँद से तुम्हारी बात कर रहे ते,
दिल को बड़ा सुकून मिला जान कर,
की आप भी हमे याद कर रहे थे

हिचकियों से ये एहसास होता है की हमे भी कोई याद करता है,
बेशक हमसे मिलने ना आए पर हमपर दो लम्हा बरबाद करता है

कसूर ना उनका है ना मेरा,
हम दोनों ही रिश्तों की रस्में निभाते रहे,
वो दोस्ती का एहसास जताते रहे,
हम मोहब्बत को दिल में छुपाते रह

चमन को चमन की बहारों ने लूटा,
साहिल को किश्ती के किनारों ने लूटा,
वो तो एक ही कसम से डर गए,
हमे तो उनकी कसम दे के हजारों ने लूटा

आपकी हँसी बड़ी प्यारी है,
आपकी हर खुशी हमे हमारी लगती है,
कभी दूर ना करना खुद से हमे,
जान से भी प्यारी आपकी यारी लगती है

कांटे नही कटती यह दिन यह रात,
कांटे नही कटती यह दिन यह रात,
अरे अच्छी कैंची ली होती तो ज़रूर कटती मेरे यार !

मत रख हमसे वफ़ा की उम्मीद,
हमने हरदम बेवफाई पाई है,
मत ढूंढ मरे जिस्म पे ज़ख्मों के निशान,
हमने हरदम दिल पे चोट खाई है

किसी दर्द को संभाल पाना आसान नहीं,
हस्ते हुए हर पल बिता पाना आसान नही,
ज़िंदगी में हर कोई दिल में नहीं बस पाता,
और उस एक बसे हुए को भूल पाना आसान नहीं

सालों बाद न जाने क्या समा होगा,
हम दोस्तों में से नजाने कौन कहाँ होगा,
फिर मिलना हुआ तो मिलेंगे ख्वाबों में,
जैसे सूखे गुलाब मिलते है किताबों में

पलकों पे आखें रुख जाते हैं ये आंसू,
तन्हाई पाकर बह जाते हैं ये आंसू,
दिल तो बहुत करता है गम बाँट लूँ आपसे,
पर आपको हस्ता देख सुख जाते हैं ये आंसू

फुरसत किसे है रूठने मनाने की,
निगाहें बदल गई अपने और बेगाने की,
तुम न छोड़ना हाथ दोस्ती का,
वरना कहीं आदत ही ना छूट जाए दोस्ती बनाने की

अपनी वो मुलाकात कुछ अधूरी सी लगी,
पास होके भी थोडी दूरी सी लगी,
होटों पे हँसी आँखों में मज़बूरी सी लगी,
ज़िंदगी में पहली बार किसी की दोस्ती इतनी ज़रूरी सी लगी

तुमसे मिलकर हो गया हमें ज़िंदगी से प्यार,
अब बीच राह में छोड़ कर मत जाना मरे यार,
बिन तेरे हम जी ना पाएंगे,
तुम ना होगे तो हम उल्लू किसे बनायेंगे !

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